पशु चिकित्सा
पशु विभाग रीवा संभाग द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य
1.गौशाला स्थापना एवं संचालन
रीवा संभाग अंतर्गत पूर्व से संचालित 27 गौशालाओ के माध्यम से कुल 12533 निराश्रित गौवंशीय पशुओ को को आश्रय प्रदान किया जा रहा है | इसी प्रकार संभाग में मुख्यमंत्री गौसेवा योजना अंतर्गत संभाग में 17 नवीन गौशालाए के माध्यम से 1501 निराश्रित गौवंशीय पशुओ को आश्रय प्रदान किया जा रहा है|
इन गौशालाओं से प्राप्त होने वाले गोबर एवं अन्य अपशिष्टों का उपयोग जैविक उत्पाद जैसे वर्मीकंपोस्ट, गोकाष्ठ, गोबर के गमले आदि बनाने मे किया जा रहा है जिससे जहा एक ओर गौशालाएँ आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही है वही दूसरी ओर जैविक उत्पादो के उपयोग को प्रोत्साहन भी मिल रहा है |
2.बसामन मामा गौवंश वन्य विहार ज़िला रीवा
संभाग में प्राचीलित ऐरा प्रथा की रोगाथाम एवं निराश्रित गौवंशों को आश्रय प्रदान करने के उद्देश्य से संभाग मुख्यालय से 32 किलोमीटर दूर रीवा ज़िले की सेमरिया तहसील, विकासखंड सिरमौर के ग्राम पुर्वा मे बसामन मामा गौवंश वन्य विहार की स्थापना की गयी है | यह स्थान हजारों एकड़ वन भूमि के समीप होने के कारण गौवंश संरक्षण के लिए उपयुक्त है| वर्तमान में गौवंश वन्य विहार मे 03 पशु शेड, 02 भूसा शेड, 08 लेबर क्वाटर स्थापित हैं एवं कुल 1308 गौवंशों को आश्रय प्रदान किया जा रहा है|
3.कड़कनाथ इकाई प्रदाय योजना
ज़िला सतना विकास खण्ड मझगवा स्थित ग्राम देवलहा निवासी श्री कल्लू मवासी पिता श्री रामेसुरा मवासी को वर्ष 2016-17 में कडकनाथ कुक्कुट इकाई प्रदाय योजना के तहत 28 दिवसीय 40 चूजें एवं 58 किलो दाना दिया गया। दी गई इकाई में 24 नर चूजें एवं 16 मादा चूजे थे। इनके द्वारा 12 मुर्गे का विक्रय किया गया जिसमें प्रत्येक मुर्गे के लिये 550/- रूपयें की दर से कुल 6600/- रूपयें की आय हुई। प्रदाय की गई इकाई मे से 9 मुर्गियों ने अण्डे देना शुरू कर दिया जिससे 20/- रूपयें प्रति अंडे की दर से 160 अण्डों का विक्रय किया गया जिनसे इनको 3200/- रूपयें की आय हुई। इस प्रकार योजना के माध्यम से श्री कल्लू मवासी को कुल 9800/- रूपयें की आय हुई हैं। वे इस योजना को और आगे बढाना चाहते हैं क्योंकि इसीसे उनकी आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में सुधार हुआ है|
4. 1962 पशु धन संजीवनी सेवा
पशु पालन विभाग द्वारा घर पहुच उपचार हेतु 1962 पशु धन संजीवनी सेवा संचालित है | सेवा अंतर्गत टोल फ्री नंबर 1962 के साथ राज्य स्तरीय कॉल सेंटर स्थापित है | योजना अंतर्गत संभाग के समस्त विकासखण्डों में अनुबंधित वाहन के माध्यम से घर पहुच पशु चिकित्सकीय प्रदान की जाती है | वर्ष 2019-20 में योजना के माध्यम से संभाग के समस्त ज़िलो मे कुल 29337 केस पशु पालको के घर पहुँच कर अटेण्ड किए गए |